हिंदी मुहावरों का जादू: भाषा को मज़ेदार बनाने वाले 20 रोचक उदाहरण
हिंदी मुहावरे भाषा की “स्पाइस” हैं। ये न सिर्फ़ वाक्यों को रोचक बनाते हैं, बल्कि गहरी बात को चंद शब्दों में कह देते हैं। चलिए, 20 लोकप्रिय मुहावरों को उनके अर्थ और उदाहरणों के साथ जानें, जो आपकी बोलचाल और लेखन को और भी धारदार बना देंगे!
1. आँखों का तारा होना
- अर्थ: बेहद प्यारा या महत्वपूर्ण व्यक्ति।
- उदाहरण: “रिया अपने पापा की आँखों का तारा है।”
- कब इस्तेमाल करें?: किसी के प्रति प्यार जताने के लिए।
2. दाल न गलना
- अर्थ: योजना का सफल न होना।
- उदाहरण: “इस बार नकल करने की उसकी दाल नहीं गली।”
- टिप: चालाकी या धोखे पर व्यंग्य करने के लिए उपयोगी।
3. हाथ कंगन को आरसी क्या?
- अर्थ: अनावश्यक बहस करना।
- उदाहरण: “तुम्हें गिटार नहीं आता, फिर नया खरीदने की जिद क्यों? हाथ कंगन को आरसी क्या?”
- रोचक तथ्य: यह मुहावरा “कार्य-क्षमता” पर ज़ोर देता है।
4. पानी-पानी होना
- अर्थ: शर्मिंदा हो जाना।
- उदाहरण: “कक्षा में गलत जवाब देने पर सोहन पानी-पानी हो गया।”
5. ऊँची दुकान फीका पकवान
- अर्थ: दिखावे में अच्छा, पर असल में खोखला।
- उदाहरण: “यह रेस्तराँ ऊँची दुकान फीका पकवान वाला है।”
6. कान पर जूं न रेंगना
- अर्थ: बिल्कुल प्रभावित न होना।
- उदाहरण: “माँ की डाँट का उस पर कान पर जूँ तक नहीं रेंगी।”
7. नौ दिन चले अढ़ाई कोस
- अर्थ: बहुत धीमी गति से काम करना।
- उदाहरण: “इस सरकारी दफ्तर का काम तो नौ दिन चले अढ़ाई कोस वाला है।”
8. लोहे के चने चबाना
- अर्थ: बहुत मुश्किल काम करना।
- उदाहरण: “आजकल नौकरी ढूँढना लोहे के चने चबाने जैसा है।”
9. अंधे की लकड़ी होना
- अर्थ: एकमात्र सहारा होना।
- उदाहरण: “बेटा बूढ़े पिता की अंधे की लकड़ी है।”
10. मुँह में राम बगल में छुरी
- अर्थ: मीठा बोलना पर अंदर से धोखेबाज़।
- उदाहरण: “वह मुँह में राम बगल में छुरी वाला इंसान है। सावधान रहो!”